पाठ एक रुपया video link
https://youtu.be/XOQwHA7nQsQ
नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ो और हिन्दी शब्दों को लिखने का अभ्यास करो
https://youtu.be/XOQwHA7nQsQ
नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ो और हिन्दी शब्दों को लिखने का अभ्यास करो
ਈਸ਼ਵਰ - ईश्वर ਪੈਸਾ - पैसा
ਬਾਲਕ - बालक ਰੇਹੜੀ - रेहड़ी
ਬਾਜ਼ਾਰ - बाज़ार ਪ੍ਰਣਾਮ - प्रणाम
ਪਵਿੱਤਰ - पवित्र
नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिन्दी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढो़ और हिन्दी शब्दों को लिखो
ਭਿੱਖ - भीख ਪੈਰਾਂ ਦੀ ਧੂੜ - चरण-धूलि
पढो़, समझो और लिखो :
श् + व = श्व = ईश्वर
न् + द् + र = न्द् = चन्द्र
द् + य = द्य = विद्या
म् + ह = म्ह = तुम्हें
स् + थ = स्थ = स्थान
क् + य = क्य = क्या
प् + र = प्र = प्रणाम
त् + र = त्र = पवित्र
शब्दार्थ :
चरण - पैर प्रणाम - हाथ जोड़कर अभिवादन
चरण - धूलि - पैरों की धूल पवित्र - स्वच्छ , सत्व भाव से युक्त
बताओ :
(1) बालक ने ईश्वर चन्द्र विद्यासागर से क्या माँगा ?
उत्तर : बालक ने ईश्वर चन्द्र विद्यासागर से एक पैसा माँगा।
(2) ईश्वर चन्द्र विद्यासागर ने बालक से क्या कहा ?
उत्तर : उस ने कहा, " यदि मैं तुम्हें एक पैसे के स्थान पर एक रुपया दूं तो तुम क्या करोगे । "
(3) बालक ने एक रुपये का क्या किया ?
उत्तर : उस ने एक रुपये से फल खरीद कर फलों की रेहड़ी लगानी शुरू कर दी। और एक दिन अपनी फलों की दुकान बना ली।
(4) इस कहानी से आपको क्या संदेश मिलता है ?
उत्तर : इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि अगर हम मेहनत करें तो जिंदगी में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
पढो़ और समझो :
(क) एक - अनेक रुपया - रुपये
पैसा - पैसे दुकान - दुकानें
(ख) बालक - बालिका युवक - युवती
वाक्य बनाओ :
प्रणाम : हमें अपने से बड़ों को प्रणाम करना चाहिए।
पवित्र : गंगा एक पवित्र नदी है।
रेहड़ी : वह फलों की रेहड़ी लगााता है।
धूलि : साधुओं की चरणों की धूलि से हमारा घर पवित्र हो गया है।
नयें शब्द बनाओ :
्श्व - ईश्वर , विश्व , विश्वास , श्वास
न्द्र - चन्द्र , केन्द्र , इन्द्र , समन्द्र
स्थ - स्थान ,स्थल , स्वस्थ , अस्थमा , अवस्था
प्र - प्रणाम, प्रश्न , प्रतिशत , प्रतिज्ञा , प्रबंध , प्रकाश
त्र -चित्र, मित्र,नेत्र, मन्त्र , क्षेत्र , त्रिलोक
चित्र देखकर वाक्य पूरे करो :
सामान उठाने वाला .... कुली ..... ।
पौधों की देखभाल करने वाला ..... माली .... ।
जूतों को गाँठने वाला ..... मोची ...... ।
फसल उगाने वाला...... किसान ..... ।
डाक बांटने वाला....... डाकिया ... ।
घड़े बनाने वाला..... घुमियार ...... ।
नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिन्दी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढो़ और हिन्दी शब्दों को लिखो
ਭਿੱਖ - भीख ਪੈਰਾਂ ਦੀ ਧੂੜ - चरण-धूलि
पढो़, समझो और लिखो :
श् + व = श्व = ईश्वर
न् + द् + र = न्द् = चन्द्र
द् + य = द्य = विद्या
म् + ह = म्ह = तुम्हें
स् + थ = स्थ = स्थान
क् + य = क्य = क्या
प् + र = प्र = प्रणाम
त् + र = त्र = पवित्र
शब्दार्थ :
चरण - पैर प्रणाम - हाथ जोड़कर अभिवादन
चरण - धूलि - पैरों की धूल पवित्र - स्वच्छ , सत्व भाव से युक्त
बताओ :
(1) बालक ने ईश्वर चन्द्र विद्यासागर से क्या माँगा ?
उत्तर : बालक ने ईश्वर चन्द्र विद्यासागर से एक पैसा माँगा।
(2) ईश्वर चन्द्र विद्यासागर ने बालक से क्या कहा ?
उत्तर : उस ने कहा, " यदि मैं तुम्हें एक पैसे के स्थान पर एक रुपया दूं तो तुम क्या करोगे । "
(3) बालक ने एक रुपये का क्या किया ?
उत्तर : उस ने एक रुपये से फल खरीद कर फलों की रेहड़ी लगानी शुरू कर दी। और एक दिन अपनी फलों की दुकान बना ली।
(4) इस कहानी से आपको क्या संदेश मिलता है ?
उत्तर : इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि अगर हम मेहनत करें तो जिंदगी में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
पढो़ और समझो :
(क) एक - अनेक रुपया - रुपये
पैसा - पैसे दुकान - दुकानें
(ख) बालक - बालिका युवक - युवती
वाक्य बनाओ :
प्रणाम : हमें अपने से बड़ों को प्रणाम करना चाहिए।
पवित्र : गंगा एक पवित्र नदी है।
रेहड़ी : वह फलों की रेहड़ी लगााता है।
धूलि : साधुओं की चरणों की धूलि से हमारा घर पवित्र हो गया है।
नयें शब्द बनाओ :
्श्व - ईश्वर , विश्व , विश्वास , श्वास
न्द्र - चन्द्र , केन्द्र , इन्द्र , समन्द्र
स्थ - स्थान ,स्थल , स्वस्थ , अस्थमा , अवस्था
प्र - प्रणाम, प्रश्न , प्रतिशत , प्रतिज्ञा , प्रबंध , प्रकाश
त्र -चित्र, मित्र,नेत्र, मन्त्र , क्षेत्र , त्रिलोक
चित्र देखकर वाक्य पूरे करो :
सामान उठाने वाला .... कुली ..... ।
पौधों की देखभाल करने वाला ..... माली .... ।
जूतों को गाँठने वाला ..... मोची ...... ।
फसल उगाने वाला...... किसान ..... ।
डाक बांटने वाला....... डाकिया ... ।
घड़े बनाने वाला..... घुमियार ...... ।

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